Prashant Mishra відкриті
[search 0]
більше
Download the App!
show episodes
 
Artwork

1
Prashant Mishra

Prashant Mishra

Unsubscribe
Unsubscribe
Щомісяця
 
मेरी कहानियां बात करना चाहती हैं आपसे कुछ कहना चाहती है आपसे सुनेंगे ना आप ?
  continue reading
 
Loading …
show series
 
"कनेर के फूल " राजेश ओझा जी की कलम से निकली वो कहानी है जो आपको एक पल जेठ की दुपहरी में शीतल पुरवाई का अह्सास कराएगी और दूसरे ही पल पूस की हाड़ कंपा देने वाली शीतलहर में गुनगुनी उष्मा से भर देगी, अगर ये कहानी आज के तनावपूर्ण सामाजिक ताने बाने से निकाल कर आपके किशोर से युवा हो रहे समय की मीठी यादों मे पहुंचा दें तो धन्यवाद दीजिए ओझा जी को! कहानी सुन…
  continue reading
 
"दिमाग बनाम दिल " राजेश ओझा जी की लघुकथा अभी हालिया इंदौर समाचार पत्र में खूब लोकप्रिय हो रही है, ये कहानी दिल और दिमाग के झंझावात को बख़ूबी प्रदर्शित करती है, सुने और प्रतिक्रिया दें!
  continue reading
 
राजेश ओझा जी लेखनी से निकली वो कहानी जो असली भारतीयता और उसके मूल्यों, सिद्धांतो, संस्कार और आपसी सामाजिक सहयोग , प्रेम और सहभागिता का वो चित्रण है जो अब लुप्त होता जा रहा है, आवश्यकता है इस लुप्त हो रही भारतीयता की पहचान के संरक्षण की!
  continue reading
 
दोस्तों ये कहानी मुझे सोशल मीडिया पर मिली । कहानीकार का पता नहीं चल पाया है सो अनाम कहानीकार को मेरी तरफ से प्रणाम, बहुत बहुत धन्यवाद और आभार। कहानी सुनने के बाद अगर एक भी चिकित्सक के जीवन में थोड़ा सा भी हृदय परिवर्तन हो सका तो कहानीकार और मेरा प्रयास सार्थक हो जायेगा।
  continue reading
 
संघर्ष कर रहे शिक्षा मित्र साथियों की आवाज को मज़बूत करने के लिए एक छोटा सा प्रयास मेरा भी।
  continue reading
 
ये कहानी हिन्दी दिवस पर आदरणीय भैया आशुतोष राणा जी की सधी कलम से हिन्दी दिवस पर लिखी गई है। सुने और प्रतिक्रिया दें।
  continue reading
 
अनुप्रिया ने मोबाइल उठा कर आदित्य का नम्बर डायल किया है। घंटी जा रही है। पर फ़ोन नही उठ रहा है.............
  continue reading
 
मुनिया तो बहुत देर पहले ही मर चुकी थी, लेकिन अर्जुन अपनी पत्नी सुगंधी से बता नही रहा था और चुपचाप बेटी की लाश को कंधे पर लादे चल रहा था।
  continue reading
 
इस सुंदर कहानी को सिर्फ़ शिक्षक और शिष्य के रिश्ते के कारण ही मत सोचिएगा । अपनें आसपास देखें, तारिक जैसे कई फूल मुरझा रहे हैं जिन्हे आप का ज़रा सा ध्यान, प्यार और स्नेह नया जीवन दे सकता है।
  continue reading
 
स्वास्थ्यकर्मियों के ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ , महामारी में समय का अभाव और मानवीय संवेदना के बीच उनके सेवाभाव को समर्पित कहानी
  continue reading
 
दोस्तों आज से कहानियां की श्रंखला शुरु कर रहा हूं ये कहानियां हमारी आपकी सबकी कहानियां हैं जो मनोरंजन के साथ साथ कहीं ना कहीं आपके हृदय को स्पंदित करेंगी । कभी हसाएंगी , कभी गंभीर करेंगी , कभी आंखे नम करेंगी, कभी जोश दिलाएंगी , कभी आनंद से आह्लादित करेंगी और अन्त में सोचने के लिए छोड़ जाएंगी कुछ सवाल…
  continue reading
 
Loading …

Короткий довідник