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Bas Aise Hi

Aayushi Sharma

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पहली बार जब All India Radio के studio के एक बड़े से खाली कमरे में mike के इस पार बैठी थी तो दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था। कहने को तो बहुत कुछ था पर ये नहीं समझ आ रहा था कि सुन कौन रहा है? फिर अचानक "On Air" की लाल बत्ती जली और जैसे जादू बिखर गया | बस ऐसे ही किस्से कहानियों में औेर बातों ही बातों में मैंने कई दोस्त बना लिए।
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बस यूँही आज पुराने ऑफिस वाली लंच पार्टनर की याद आ गयी...उसके ऑफिस से जाने का दुःख तो था पर उस से ज़्यादा कसक उसके जाने की वजह से थी.... सुनिए कीर्ति की कहानी.Aayushi Sharma
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Tribute to Munshi Premchand. रिश्ते तोड़ना आसान होता है, और घर जोड़े रखना उतना ही मुश्किल. क्या आनंदी ने लालबिहारी को माफ़ किया ?Aayushi Sharma
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कॉलेज के दिन ,कैंटीन की कॉफ़ी, मस्ती, दोस्ती, किस्से, कहानियां। सुनिए इस एपिसोड में दोस्ती की दास्ताँ :)Aayushi Sharma
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हम अक्सर किताबें ख़रीद तो लेते हैं लेकिन पढ़ नहीं पाते. बीच में ही अधूरी छोड़ देते हैं... पर क्या पता कोई किताब ख़त्म करने पर एक नयी कहानी शुरू हो जाए.... सुनिए ऐसी ही एक कहानी।Aayushi Sharma
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अक्सर ही हमारी ख़ामोशी को लोग हमारी कमज़ोरी समझ लेते हैं...आपके साथ भी ऐसा हुआ है क्या? सुनिए शिवेन की ख़ामोश कहानी....Aayushi Sharma
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इस कहानी में सब सुकून ढूंढ रहे? कोई शोर में तो कोई भागदौड़ में? कभी किसी और में तो कभी ख़ुद के अंदर। यही तो उलझन है. सुनिए इस कहानी में कैसे सुलझी ये उलझन।Aayushi Sharma
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अभी अभी तो खुद को समझना शुरू किया था उसने, पुरानी बातें भुला कर आगे बढ़ना शुरू किया था, फिर क्या था जो मोहिता को पीछे खींचने लगा?Aayushi Sharma
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क्या ग्यारह साल भुला देना आसान होता है? ये कॉलेज की दोस्ती थी. इतनी कमज़ोर थी? सुनिए क्या हुआ मोहिता और रोहन की कहानी में आगे.... केक Part २ में.Aayushi Sharma
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Writer - Aayushi SharmaI have always liked observing people and Stories have always fascinated me. here narrating a story that I penned down observing someone closest to us in the times of lockdown giving wings to my thoughts while sitting in the comfort and the closed enclosures of my homeAayushi Sharma
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